PSG ने रियल मैड्रिड को 4-0 से हराकर फाइनल में जीता, मोद्रिच का अंतिम मैच

PSG ने रियल मैड्रिड को 4-0 से हराकर फाइनल में जीता, मोद्रिच का अंतिम मैच
रामेश्वर गुप्ता 27 नवंबर 2025 0 टिप्पणि

जब पैरिस सेंट-जर्मेन ने रियल मैड्रिड को 4-0 से हराया, तो दुनिया भर के फुटबॉल प्रशंसकों के लिए एक ऐसा पल आ गया जिसे कभी नहीं भूल पाएंगे। बुधवार, 9 जुलाई 2025 को मेटलाइफ स्टेडियम, ईस्ट रवरस्टर, न्यू जर्सी में खेले गए 2025 फीफा क्लब वर्ल्ड कप मेटलाइफ स्टेडियम के सेमीफाइनल में पैरिस सेंट-जर्मेन ने अपने खिलाड़ियों की अद्भुत निष्पादन शक्ति से एक ऐसा अभियान चलाया जिसने रियल मैड्रिड को बिल्कुल निष्क्रिय कर दिया। 77,542 दर्शकों के बीच 91 फ़ारेनहाइट (33°C) की गर्मी और 101 फ़ारेनहाइट (38°C) के भारी आर्द्रता के बीच, यह मैच केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक समाप्ति का प्रतीक था।

पहला अर्ध-समय: एक तूफान का आगाज़

मैच का शुरुआती 15 मिनट ऐसा लग रहा था जैसे कोई फिल्म का दृश्य अचानक गलत तरीके से चल रहा हो। फबियन रुइज ने 6वें मिनट में रियल मैड्रिड के राउल एसेंसियो की गलती से गोल करके शुरुआत की। फिर 9वें मिनट में उसमाने डेम्बेले ने एंटोनियो रूडिगर की गलत बॉल क्लीयरेंस का फायदा उठाया और 40 गज दूर से धीरे-धीरे आगे बढ़कर थिबॉट कोर्तोइस को चकमा देकर गोल कर दिया। यह नहीं था कोई अचानक आगे बढ़ना — यह तो एक बार फिर दिखाया गया कि पैरिस सेंट-जर्मेन का फुटबॉल कैसा होता है: नियंत्रित, बिना भूल के, और बेहद खतरनाक।

24वें मिनट में रुइज ने अपना दूसरा गोल डाल दिया — एक ऐसा गोल जिसमें हकिमी और डेम्बेले की जोड़ी ने बिल्कुल बिना झिझक के बॉल को बार-बार बेहतरीन तरीके से बांटा, और रुइज ने फेडेरिको वाल्वर्डे के चुनौती को नजरअंदाज करते हुए 8 गज की दूरी से गोल कर दिया। आधे घंटे में 3-0 का स्कोर। रियल मैड्रिड के लिए यह अभी तक का सबसे बुरा अर्ध-समय था।

दूसरा अर्ध-समय: बिना शॉट के बर्बरता

दूसरे अर्ध-समय की शुरुआत में भी पैरिस सेंट-जर्मेन ने बॉल पर काबू रखा — पहले अर्ध-समय में उनकी पॉसेशन 76.5% थी। रियल मैड्रिड को पहले 60 मिनट तक कोई शॉट नहीं मिला। जब भी उन्होंने बॉल को आगे बढ़ाने की कोशिश की, तो पैरिस सेंट-जर्मेन के डिफेंस ने बस एक बार फिर उन्हें रोक दिया।

87वें मिनट में गोंकालो रामोस ने ब्रैडली बारकोला की एसिस्ट से चौथा गोल करके इस मैच को एक अंतिम निशान दे दिया। यह रामोस का इस मौसम में 19वां गोल था — और यह एक ऐसा गोल था जो बस एक अंत का इशारा था।

मोद्रिच का अंतिम मैच: एक युग का अंत

लेकिन इस मैच का सबसे भावुक पहलू था — लुका मोद्रिच का अंतिम मैच। 13 साल के बाद, जब वह बाहर निकले, तो मेटलाइफ स्टेडियम में एक ऐसा गूंज उठा जो कभी नहीं भूला जा सकता। एक ऐसा खिलाड़ी जिसने रियल मैड्रिड को चार बार यूएफए चैम्पियंस लीग जीतने के लिए ले गया, जिसने दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉलर्स के बीच अपनी जगह बनाई, अब उनके लिए एक नया अध्याय शुरू हो रहा था। उनके लिए यह मैच एक जीत नहीं, बल्कि एक अलविदा था।

क्यूलियन म्बाप्पे का अपने पुराने क्लब के खिलाफ मैच भी इस दिन का एक बड़ा हिस्सा था। लेकिन जब वह बाहर आए, तो उनके चेहरे पर खुशी नहीं, बल्कि एक शांत उदासी थी। यह एक रियूनियन नहीं था — यह एक आत्म-समर्पण का समय था।

रियल मैड्रिड की टीम का नुकसान

रियल मैड्रिड की टीम का नुकसान

रियल मैड्रिड के लिए यह मैच बस एक हार नहीं थी — यह एक टूटी हुई टीम थी। डीन हुईजन लगातार अगले मैच के लिए लाल बैंड के कारण बाहर थे। ट्रेंट एलेक्सेंडर-आर्नोल्ड भी अपनी दाहिनी टांग की मांसपेशी की चोट के कारण अनुपस्थित थे। डैनी कार्वाहाल ने 25 अक्टूबर 2024 के बाद पहली बार खेला — लेकिन उनकी वापसी भी अपने आप में अधूरी लगी।

अगला चरण: चेल्सी के खिलाफ फाइनल

पैरिस सेंट-जर्मेन अब एक और जीत से चार ट्रॉफी के स्वप्न के करीब हैं। रविवार, 13 जुलाई 2025 को चेल्सी एफसी के खिलाफ फाइनल होगा। इस तकनीकी और शारीरिक दृष्टि से अत्यधिक तैयार टीम के लिए यह फाइनल बस एक जीत का मौका नहीं — यह एक ऐतिहासिक अध्याय लिखने का अवसर है।

क्या इसका मतलब क्या है?

क्या इसका मतलब क्या है?

पैरिस सेंट-जर्मेन ने इस टूर्नामेंट में दोनों स्पेनिश टीमों — अटलेटिको मैड्रिड और रियल मैड्रिड — को 4-0 से हराया है। आठ गोल, एक भी गोल नहीं। यह कोई बेकार की बात नहीं है। यह एक संकेत है कि यूरोपीय फुटबॉल का राज अब एक नए शहर में बस रहा है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पैरिस सेंट-जर्मेन का यह जीत क्यों इतना बड़ा है?

यह जीत केवल एक जीत नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। पैरिस सेंट-जर्मेन ने इस टूर्नामेंट में दोनों स्पेनिश बड़े क्लब्स को 4-0 से हराया है — एक ऐसा कारनामा जिसे पिछले 20 सालों में कोई नहीं किया। इसका मतलब है कि अब यूरोपीय फुटबॉल का केंद्र बदल रहा है।

लुका मोद्रिच का यह मैच क्यों भावुक था?

मोद्रिच ने 13 साल तक रियल मैड्रिड के लिए खेला — चार चैम्पियंस लीग जीतीं, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर बने। इस मैच में उन्होंने अपना आखिरी बार रियल मैड्रिड के लिए खेला। मेटलाइफ स्टेडियम में उनके लिए जो तालियां बजीं, वो एक युग के अंत की आवाज़ थीं।

रियल मैड्रिड की टीम में क्या कमी थी?

रियल मैड्रिड के लिए यह मैच बिना डीन हुईजन और ट्रेंट एलेक्सेंडर-आर्नोल्ड के खेला गया — दोनों ही बेहद जरूरी डिफेंडर्स थे। डैनी कार्वाहाल भी लंबे समय बाद वापस आए थे, लेकिन उनकी ताकत अभी भी नहीं थी। इसलिए बची हुई डिफेंस बहुत कमजोर लगी।

क्यूलियन म्बाप्पे का अपने पुराने क्लब के खिलाफ खेलना क्यों अजीब लगा?

म्बाप्पे ने पैरिस सेंट-जर्मेन के लिए अपना करियर शुरू किया था, लेकिन अब वह रियल मैड्रिड के लिए खेल रहे थे। इस मैच में उन्हें अपने पुराने टीम के खिलाफ खेलना पड़ा — लेकिन उनके चेहरे पर कोई उत्साह नहीं था। शायद वो जानते थे कि यह मैच उनके लिए बस एक अतीत का अंत था।

पैरिस सेंट-जर्मेन की डिफेंस का रिकॉर्ड क्या है?

इस मैच के बाद, पैरिस सेंट-जर्मेन का डिफेंस 414 मिनट तक किसी को गोल नहीं देने का रिकॉर्ड बना चुका है। यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जो आधुनिक फुटबॉल में बहुत कम ही किसी टीम के नाम होता है — और यह उनकी टीम की वास्तविक शक्ति को दर्शाता है।

फाइनल में चेल्सी के खिलाफ क्या उम्मीद है?

चेल्सी एक मजबूत टीम है, लेकिन इस टूर्नामेंट में उन्होंने किसी भी टीम को इतना आसानी से नहीं हराया जितना पैरिस सेंट-जर्मेन ने किया। अगर पैरिस अपनी डिफेंस और एटैक की ताकत बनाए रखता है, तो वह फाइनल में जीत सकता है — और यह उनकी चार ट्रॉफी की ओर एक ऐतिहासिक यात्रा का अंत होगा।